विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने Neetu Mam को कैसे रोका

🔹 1. गिरफ्तारी और जबरन बसों में सवार

  • 31 जुलाई 2025 को आयोजित “Delhi Chalo” प्रदर्शन में Neetu Ma’am सहित कई चर्चित शिक्षकों (जैसे Rakesh Sir, Aditya Sir) को जबरदस्ती पुलिस ने दबोचकर बसों में भर दिया, और उन्हें चार घंटे तक घुमाया गया

🔹 2. शारीरिक दमन और लाठीचार्ज

  • प्रदर्शनकारियों के शांतिपूर्ण नारे लगाने के दौरान पुलिस ने लाठीचार्ज की, जिससे कुछ शिक्षकों और विद्यार्थियों में चोट की शिकायतें सामने आईं ।
  • Neetu Ma’am के समर्थकों ने ट्विटर पर लिखा: “Neetu Mam, Rakesh Sir जैसे बड़े नाम

🔹 3. संवाद का मौका इन्कार

  • पुलिस ने चार प्रतिनिधियों को DoPT कार्यालय से मिलने से इंकार कर दिया, जबकि शिक्षकों ने महीनों पहले ज्ञापन भेजा हुआ था

🔍 विवाद का सारांश

बिंदुविवरण
दिनांक31 जुलाई 2025
स्थानJantar Mantar → DoPT परिसर, दिल्ली
शामिल लोगछात्र, शिक्षकों की टीम (Neetu Ma’am, Rakesh Sir, Aditya Sir आदि)
मांगSSC भर्ती प्रक्रिया में सुधार, vendor नीति पर जवाबदेही
पुलिस प्रतिक्रियालाठीचार्ज, गिरफ्तारियाँ, कब्ज़ा, बातचीत से इंकार
प्रभावसोशल मीडिया पर विरोध तेज़ हुआ (#SSCMisManagement), कई अभ्यर्थियों और शिक्षकों ने न्याय की मांग तेज़ की

🗣️ सार्वजनिक प्रतिक्रिया और सोशल मीडिया

  • Free Press Journal और अन्य समाचार स्रोतों में यह बताया गया है कि पुलिस ने शिक्षकों को जबरन बसों में भरकर दूर ले जाने का प्रयास किया, जबकि उन्हें सरकार से संवाद करने का अधिकार था

ट्विटर पर Neetu Singh ने लिखा:

“कुछ भी ठीक नहीं है… अगर सही होते तो शिक्षकों की बात सुन लेते इस तरह बेमतलब लाठिया नहीं बरसाते”

📌 निष्कर्ष

Neetu Ma’am को पुलिस ने शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे दौरान गिरफ्तार किया, और अधिकारियों से मिलने की अनुमति न देकर उनके संवाद के प्रयास को बाधित किया गया। पुलिस ने कथित तौर पर लाठीचार्ज का उपाय अपनाया जिससे शिक्षकों और छात्रों में आक्रोश बढ़ गया। इस घटना ने #SSCMisManagement और #SSCReforms जैसे ट्रेंडिंग हेशटैग्स के माध्यम से व्यापक आंदोलन को गति द

🚩 पुलिस कार्रवाई: गिरफ्तारी का कारण क्या था?

1. Section 144 का उल्लंघन

  • 31 जुलाई 2025 को दिल्ली में “Delhi Chalo” प्रदर्शन के अवसर पर, दिल्ली पुलिस ने CrPC की Section 144 लागू कर दी थी, जो चार से अधिक लोगों के एकत्रित होने पर रोक लगाता है। लेकिन हजारों शिक्षकों और विद्यार्थियों ने एसएससी मुख्यालय और DoPT कार्यालय की ओर मार्च किया, जिससे पुलिस का मानना था कि कानून व्यवस्था खतरे में है

पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लेकर भड़काऊ स्थिति से बचने की कोशिश की।

2. प्रदर्शन को प्रदर्शित रोका

  • पुलिस ने चार प्रतिनिधि को भी DoPT अधिकारियों से मिलने नहीं दिया, जबकि शिक्षकों ने महीनों पहले ज्ञापन भेजा था

शिक्षकों ने संवाद और शांतिपूर्ण विरोध की मांग की, लेकिन पुलिस ने लाठीचार्ज और गिरफ्तारी जैसी कार्रवाई की।

3. विशेष रूप से शिक्षकों की गिरफ्तारी

  • प्रमुख शिक्षक जैसे Neetu Mam, Rakesh Sir आदि को पुलिस ने जबरदस्ती वाहन (वैन) में भरकर उठाया और कई घंटों तक हिरासत में रखा गया

Neetu Mam सहित कई शिक्षकों को आधुनतिक गिरफ्तारी और शासन विरोधी गतिविधि के आरोप में उठाया गया।

📋 सारांश तालिका

कारणविवरण
Section 144 उल्लंघनसार्वजनिक स्थल पर बिना अनुमति भीड़ का जमावड़ा
प्रतिनिधियों को मिलने न देनाशिक्षकों का ज्ञापन फाइल ना किया जाना
लाठीचार्ज और जबरन हिरासतपुलिस का नियंत्रण स्थापित करने का प्रयास
विशेष शिक्षकों की गिरफ्तारीNeetu Mam व अन्य को प्रमुख नेता मानकर रोका गया

🗣️ सार्वजनिक प्रतिक्रिया और विरोध

  • दुख और गुस्सा: शिक्षकों और छात्रों ने पुलिस कार्रवाई को लोकतंत्र पर हमला बताया।
  • सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएँ: छात्रों और समर्थकों ने extensively #SSCMisManagement, #JusticeForAspirants जैसे हैशटैग के अंतर्गत विरोध दर्ज किया।

दिल्ली में ‘Delhi Chalo’ प्रदर्शन और पुलिस कार्रवाई

  • 31 जुलाई 2025 को दिल्ली में Jantar Mantar व CGO Complex पर “Delhi Chalo” अभियान के तहत हजारों अभ्यर्थियों और शिक्षकों ने प्रदर्शन किया।
  • वहां कथित तौर पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया और कई लोगों की गिरफ्तारी हुई, वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हु

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